मैने प्यार किया’, पत्नी के साथ अचानक देखने को मौका मिला। हम लोग मार्किट में घूम रहे थे। साथ में ही एक थियेटर था। थियेटर पर इस फिल्म का पोस्टर लगा हुआ था और एक सुन्दर नया मस्कूलर लड़का उस पोस्टर का मुख्य आकर्षण था। हम दोनों ने फैसला किया कि रात के 9 बजने को हैं। अगर टिकट मिल जाती है तो फिल्म देख लेते हैं। थियेटर में जाकर मालूम पड़ा कि ये सूरज बडजात्या की पहली फिल्म है और नये हीरो का नाम सलमान खान है। फिल्म अच्छी थी, गाने आज भी पापुलर हैं। लेकिन उस फिल्म में मुख्य आकर्षण का जो केन्द्र था वो था सलमान खान का स्टाइल और उसकी एथलैटिक बॉॅडी। यह फिल्म 1989 में आयी थी और सलमान खान का करिश्मा 32 साल ‘राधे’जो अभी रिलीज हुई है उसमें भी बढ़-चढ़कर देखा जा सकता है।
सलमान खान फिल्मी बैकग्राउंड से आता है और इसके पिता सलीम खान बहुत उमदा स्क्रिप्ट राइटर हैं। सलीम-जावेद की जोड़ी ने 70-80 के दशक में जो स्थान प्राप्त किया उसका जिक्र आज भी होता है। सलमान खान 27 दिसम्बर 1965 को इंदौर में पैदा हुआ और कुंडली इस प्रकार हैः
लग्न-मेष, द्वितीय-राहू, तृतीय-बृहस्पति, अष्टम-बुध, केतु, नवम-सूर्य, दशम-मंगल, शुक्र और एकादश भाव में शनि और चन्द्रमा हैं।
पिछले 32 सालों से सलमान खान के फिल्मी और पर्सनल कैरियर ने बहुत बड़े ना केवल उठा-पटक बल्कि भूचाल भी देखे हैं। लेकिन इसके बाद भी फिल्मी दुनिया में इनका मुकाम अपने आप में एकदम अलग है।
सलमान अपना एक एन जी ओ – ‘बींग ह्यूमन फाउंडेशन’ नाम से चलाते हैं। जिसके अतर्गत वे जरूरतमंद तमाम लोगों की धन, इलाज, राशन आदि से मदद भी करते हैं। अभी कोरोना के संकट के दौरान इन्होंने जो भी मजदूर और फिल्मों में काम करने वाले कर्मचारी हैं उन्हें राशन और धन से सहयोग भी किया। जो लोग सलमान को जानते हैं उनका कहना है कि औरों के प्रति इनका दिल दर्द और संवेदना से भरा पड़ा है। इनके पिता सलीम खान का कहना है कि सलमान का दिल 20 साल के बच्चे जैसा है।
सलमान का जन्म मेष लग्न में हुआ और लग्नेश मंगल दशम भाव में उच्च का होकर ‘रूचक पंच महापुरूष राजयोग’ बनाये हुए है। साथ में शुक्र भी उसी भाव में है। ज्योतिष का एक सूत्र है अगर मेष लग्न हो और मंगल दशम भाव में विराजमान हो तो ऐसा व्यक्ति जिस भी क्षेत्र में काम करता है उसमें उच्चकोटि के स्थान को प्राप्त करता है। शुक्र की दशम भाव में मौजूदगी यह दर्शाती है कि ये फिल्मों में क्यों हैं। शुक्र का संबंध फिल्मी पर्दे से होता है।
सलमान की जिंदगी में बहुत सारी लड़कियां आयी। या यूं कहना बेहतर होगा कि इन्होंने अपने स्टारडम के बल पर बहुत सारी लड़कियों को रूपहले पर्दें पर स्थापित होने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी और यह व्यवस्था आज भी अनवरत चल रही है और इसमें आगे भी कोई परिवर्तन होने वाला नहीं है।
नवम भाव में सूर्य की स्थिति बहुत अच्छी है और इस सूर्य को तृतीय भाव से बृहस्पति भी देखता है। सौरमंडल में जितने भी ग्रह हैं उन सबमें बृहस्पति को शुभ माना जाता है और ये जितना प्रकाश सूर्य से ग्रहण करता है उससे दुगुना सूर्य को लौटा देता है। यह जानकारी आज का विज्ञान देता है। इसीलिए ऋषियों ने बृहस्पति को सबसे प्रमुख शुभ ग्रह माना है। सूर्य नवम भाव में स्थित होकर व्यक्ति को आसमान की ऊंचाइयों तक पहुंचा देता है और गुरू के प्रभाव से उसका हृदय बहुत ही कोमल होता है। जहां तक उसकी क्षमता हो वो लोगों के दुख को दूर करने का प्रयास भी करता है और ऐसा व्यक्ति बहुत पोपुलर होता है और उसकी प्रसिद्धि कभी खत्म नहीं होती।
एकादश भाव में शनि अपनी राशि का और चन्द्रमा के साथ स्थित है। इन दोनों ग्रहों को भी बृहस्पति नवम दृष्टि से देखता है। कुंडली का 11वां भाव उस इंकम की बात करता है जो प्रयासों के अनुपात में कई गुना हो। इनकी फिल्में जब हिट होती है और जो इंकम होती है वो अपार होती है। हाल ही में रिलीज हुई ‘राधे’ ने भारत और कई देशों के थियेटर में गये बिना ही इंकम के सारे रिकार्ड तोड़ दिये।
द्वितीय भाव में राहू की स्थिति अच्छी है लेकिन बुध और केतु की स्थिति अष्टम भाव में मिश्रित है। बुध का संबंध नर्वस सिस्टम से होता है। इसी कारण दो बार इनके ब्रेन के ऑपरेशन हुए हैं जो काफी घातक भी हो सकते थे। बुध यहां पर ‘विपरीत राजयोग’ बनाकर बैठा है इसलिए पिछले दोनों ऑपरेशन काफी डेंजरस थे, ये उनसे बाहर निकल आये। ‘विपरीत राजयोग’ का अर्थ यह होता है कि वो आदमी को मृत्यु तुल्य कष्ट देता है और साथ में मुक्ति भी देता है।
1986 से 2002 तक 16 वर्षीय बृहस्पति की महादशा चली। बृहस्पति तृतीय भाव में बैठा हुआ है और इस दशा में इन्होंने बहुत तरक्की प्राप्त की और इन्हें सफलता भी प्राप्त हुई। साथ ही साथ इसी दौरान ये बहुत सारी कंट्रोवर्सीज में भी फंसे और हिरन के शिकार का केस भी इसी दौरान हुआ और उसके चलते तलवार हमेशा इनके सिर पर लटकती रही। मूलतः बृहस्पति मेष लग्न के लिए अच्छा होता है। यहां इसका सूर्य, शनि आदि से संबंध भी बहुत अच्छा है। जब बृहस्पति तृतीय भाव में स्थित होता है तो समस्याएं आती हैं और रेपुटेशन पर भी संकट बना रहता है।
सलमान खान की दूसरी इनिंग सितम्बर 2002 से लेकर सितम्बर 2021 तक चल रही है। इस दौरान शनि की महादशा ने अपने पूरे प्रभाव के साथ कुंडली को असरदार बना रखा है। अगर हम 2002 के बाद के कुछ वर्षों को देखें तो सलमान के कैरियर में काफी उतार-चढ़ाव थे और कंट्रोवर्सीज का बोलबाला भी था। शनि एकादश भाव में बहुत अच्छा है और अपनी राशि का है। शनि की महादशा ने इन्हें अपार प्रसिद्धि और धन दिया और साथ ही इनके कैरियर में स्थायित्व भी आया। शनि एकादश भाव में अपनी राशि में स्थित होकर निसंदेह जातक का भला करता है सो उसने किया भी लेकिन शनि की एक शर्त भी है कि मेरी दशा के दौरान मैं धीरे-धीरे भला तो करूंगा और जब जातक अनुशासित हो जायेगा और चीजों के मूल्य ठीक से समझने लगेगा तब मैं उसे निहाल कर दूंगा। अगर 2002 से लेकर अब तक का इनका पूरा ग्राफ देखें तो ये सलमान खान वो नहीं है जो 2002 के आसपास हुआ करता था।
सितम्बर 2021 से बुध की 17 वर्षीय महादशा चलेगी जो 2035 में समाप्त होगी। बुध इस कुंडली के लिए बहुत अच्छा ग्रह नहीं है और केतु के साथ भी है। लेकिन यहां पर बुध ‘विपरीत राजयोग’ में छटे भाव का स्वामी होकर अष्टम भाव में बैठा है। इसलिए खराब भी नहीं है।
बुध की महादशा में सलमान का कैरियर तो अच्छा चलता रहेगा लेकिन स्वास्थ्य बीच-बीच में चिन्ता का विषय हो सकता है। बुध नर्वस सिस्टम को डील करता है और इन्हें उस से संबंधित समस्या है भी। अतः बुध की महादशा में यह समस्या या इससे जुड़ी हुई कोई स्वास्थ्य संबंधी समस्या हो सकती है। इस दशा में स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता है। यूं तो इनसे इंस्पायर होकर पूरे देश के लोगों ने अपने स्वास्थ्य को अच्छा रखना सीखा है लेकिन बुध नर्वस सिस्टम को डील करता है जो मसल्स का प्रोब्लम न होकर गहन और नर्वज को लेकर होता है। चूंकि बुध ‘विपरीत राजयोग’ में है इससे यह बात भी सामने आती है कि स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं तो आयेंगी लेकिन ऐन मौके पर इनके समाधान भी प्राप्त होते जाएंगे। स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही मुश्किल में डाल सकती है।
…. डॉ. अजय भाम्बी
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